Sunday, September 2, 2012

रस्सी कूदना

रस्सी कूदना


याद है  आप सब को ये खेल
मेरी तो बहुत सी यादे ताज़ा हो गयी,
इसे भारत में ही नही विदेशो में भी खेला जाता है
जब गली में छोटे बच्चे खेलते थे इस खेल  को
थोड़ी देर देखने के बाद में भी अचानक उनके खेल
में शामिल हो जाती थी,
थोड़ी देर बाद कानो में किसी के पुकारने की आवाज आती
तो मुझे अचानक अपनी मम्मी की आवाज सुनाई  देती
और में फटाक से अपने घर वापिस पहुच जाती,
थोड़ी देर तक उनसे दांत पड़ती,
फिर क्या अगले दिन में फिर वही उन्ही बच्चो के साथ.........
रस्सी कूदना


2 comments:

  1. बचपन की यादें ताउम्र साथ रहती हैं .....

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